उत्तरी पश्चिमी लोकसभा दिल्ली(सु०) सीट से भाजपा आलाकमान को प्रत्याशी के लिए बायोडाटा भेजा, भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध समाज सेवक "राजा जाटव"
उत्तरी पश्चिमी लोकसभा दिल्ली(सु०) सीट से भाजपा आलाकमान को प्रत्याशी के लिए बायोडाटा भेजा, भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध समाज सेवक "राजा जाटव"
Manav Kashyap:
दिल्ली राजधानी मे AAP ने सामान्य सीट पर SC प्रत्याशी की घोषणा कर दी है वही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध समाज सेवक जो सदेव दलितो शोषित वंचित समाज के हक अधिकारों के लिए संघर्ष करते हैं आवाज उठाते है जो वर्तमान मे भारतीय जनता पार्टी बाहरी दिल्ली मे RTI सेल के संयोजक होने के साथ साथ BJP के एक जमीनी स्तर के निडर कर्मठ जुझारू ईमानदार नेता है यदि भाजपा उत्तरी पश्चिमी लोकसभा सुरक्षित सीट से राजा जाटव को प्रत्याशी बना कर देती है मौका तो ये पूरे भारत वर्ष मे एक बड़ा संदेश जायेगा
यदि BJP ने राजा जाटव को दिया मौका तो यह कहना गलत नही होगा की इतिहास मे पहली बार ऐसा हुआ की BJP ने स्लम बस्ती मे रहने वाले व्यक्ति को भी दिया मौका जिससे कार्यकर्ताओं का बढ़ेगा मनोबल
समाज का हर व्यक्ति किसी न किसी कार्यक्षेत्र में अपनी कार्यकुशलता के लिए जाना जाता है फिर चाहे वह सामाजिक क्षेत्र हो या राजनीतिक जैसे जैसे अपनी कर्मठता व लोगों के साथ में सामरिक समन्वय स्थापित करता है उसके व्यक्तित्व और कृतित्व की झलक देखने को मिलने लगती है। ऐसे ही एक व्यतित्व जो कि मूलतः आजमगढ़ के ग्रामीण आँचल गरीब परिवार से पल-बढकर देश की राजधानी दिल्ली में आकर अपने सामाजिक कार्यों की शुरूआत की। खासकर स्लम बस्ती में रहने वाले भारत के असंगठित क्षेत्रों से आये हुये गरीब मजदूरों के कल्याण के हितों की सदैव तत्परता से आवाज उठाकर उनके हक अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
सामान्यतः राजा जाटव एक किसान के बेटे है जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिला के एक दलित गरीब परिवार मे हुआ जो सदेव जनहित व राष्ट्रहित के लिए आवाज उठाते रहे हैं वही राजा जाटव को भी अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन वो कभी अपने मार्ग से नही भटके। वो हमेशा गरीब असहाय मजबूर जरूरत मंद लोगों के लिए संघर्ष करते रहे है साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना नही छोड़ा।
ऐसा कहते हैं कि राजा जाटव अपने माता पिता को ही अपना गुरु व आदर्श मानते है उनका कहना है कि मुझे यह प्रेरणा अपने माता पिता से मिली है की जीवन मे मानव सेवा ही असली धर्म है। यदि किसी समुदाय पर अत्याचार किया जाता है या फिर कोई नेता अधिकारी भ्रष्टाचार करता है तो उसके खिलाफ मजबूती से आवाज उठाते है व अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं।
चूंकि राजा जाटव भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध समाज सेवक होने के साथ साथ भाजपा पार्टी के जुझारू कर्मठ निडर निस्वार्थ भाव से संगठन के लिए कार्य करने वाले जमीनी नेता भी है।
अपने नाम के पीछे जाटव लिखते है राजा जोकि उनकी जाति है अपनी जाति से ही अपनी पहचान बनाने वाले राजा जाटव को आज एक फायर ब्रांड हिंदू वादी नेता के रूप मे भी देखा जाता है जिसे वो अपना गौरव मानते हैं।
अगर देखा जाये तो ऐसे कर्मठ समाजसेवी राजा जाटव जो समाज के हर तबके में अपनी सेवाओं का निर्वहन करते हुये जिस तरह लोगों के साथ में सामरिक समन्वय स्थापित करते हुये भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुचाकर उन्हें लाभ पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
इसलिए कह सकते हैं कि अगर राजा जाटव को आगामी होने लोकसभा चुनाव मे भाजपा उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से अगर इन्हे प्रत्याशी उतारती है तो यह कहना बिल्कुल सही होगा की भाजपा की और से पंक्ति के आखिरी छोर पर खडे वयक्ति की उंगली पकडने जैसा कार्य होगा।
आपको बता दे की जिस लोकसभा से राजा जाटव ने अपनी दावेदारी पेश की है वहा एक बड़ी आबादी जाटव समाज के लोगों के साथ साथ पूर्वांचलियों की भी है जहा खुद राजा जाटव भी पूर्वांचल आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते है ऐसे मे अब देखना यह है की क्या भाजपा पार्टी का मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और अंतिम पक्ति मे बैठे व्यक्ति तक भाजपा सरकार की योजनाएं व लाभ पहुचना चाहिए क्या यह मंत्र काम करेगा राजा जाटव पर ।
फिलहाल यह तो वक्त बतायेगा कि क्या वाकई ऐसे व्यतित्व को जो समाज की एक महत्वपूर्ण कड़ी बनकर उभरता हुआ चेहरा है और भाजपा पार्टी का व हिन्दू वादी नेता के रूप में एक बेदाग छवि रखने वाले कर्मठ समाजसेवी राजा जाटव को लोकसभा चुनाव 2024 मे जनता की आवाज बनने का मोदी सरकार मे मिलता है मौका यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।