“गोरख से गांधी तक” निकली इस बार की बुद्ध से कबीर तक यात्रा
विगत 6 वर्षों से पूर्वांचल में आयोजित होने वाली बुद्ध से कबीर तक यात्रा इस वर्ष 28 नवम्बर से प्रारंभ हुई, भारत की साझी विरासत को संजोने और शान्ति, सद्भावना के प्रसार के लिए पांच दिनों की यह यात्रा इस साल गोरखपुर, महाराजगंज और कुशीनगर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में निकाली गयी,
तहत पदयात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और उद्बोधनों के माध्यम से समाज के बीच देश की एकता और संवैधानिक राष्ट्रवाद के प्रति जागरूकता की अपील हुई।
बुद्ध से कबीर तक संस्था के संरक्षक डॉ.विनोद मल्ल, पूर्व डीजीपी गुजरात ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य जनता और खासकर विद्यार्थियों के बीच भारत की साझी संस्कृति और संवैधानिक राष्ट्रवाद की अवधारणा को सही तरीके से पहुंचाना है, इस बार की यात्रा का थीम “गोरख से गांधी तक” रखा गया, जिसके अंतर्गत गुरु गोरक्षनाथ और महात्मा गांधी की शिक्षा और विचारों से समाज को जोड़ने का प्रयास दिखा। पूर्वांचल की वैश्विक पहचान के रूप में बुद्ध, गोरखनाथ और कबीर जाने जाते हैं, उनकी विरासत को आगे बढाने और उन्हें नयी पीढ़ी से अवगत कराने के लिए यह यात्रा आयोजित हुई।
यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए यात्रा प्रभारी शैलेन्द्र कबीर ने बताया कि 28 तारीख को शुरू होने वाली इस यात्रा का पहला कार्यक्रम महाराजगंज में पदयात्रा के साथ सेंट जोसेफ स्कूल में हुआ, जहाँ से यात्रा चौक बाजार स्थित महंत अवैद्यनाथ डिग्री कॉलेज में गयी, दूसरे दिन 29 नवम्बर को पिपराइच के कोआपरेटिव इंटर कॉलेज में कार्यक्रम के बाद गोरखपुर स्थित मुंशी प्रेमचंद पार्क में प्रेमचंद साहित्य संस्थान के सहयोग से कार्य्रक्रम का आयोजन किया गया। 30 नवम्बर,तीसरे दिन का कार्यक्रम उरुवा के रामरेखा सिंह इंटर कॉलेज में हुआ जहाँ कस्बे में पदयात्रा निकाली गयी और चौपाल का आयोजन किया गया।01 दिसंबर का कार्य्रकम कुशीनगर जनपद में कप्तानगंज के सच्चिदानंद इंटर कॉलेज और ढाड़ा, हाटा के संत पुष्पा इंटर कॉलेज में किया गया। पांचवे दिन, 26 नवम्बर को परतावल बाजार में विशाल पदयात्रा और फिर पंचायत इंटर कॉलेज में कार्यक्रम और छात्रों के करियर काउंसलिंग के साथ रुद्रपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के बीच एक लघु कार्यक्रम के साथ यह संस्करण संपन्न हुआ।
संस्था की समन्वयक देवयानी ने बताया की पूरे साल देश के विभिन्न स्थानों पर अलग अलग रूप में आयोजित होने वाली इस यात्रा ने लोगों के बीच एक अलग मुकाम हासिल किया है, मुख्यतः विद्यार्थियों के बीच आयोजित किये जाने वाले इन कार्यक्रमों का उद्देश्य देश की भावी पीढ़ी को अपनी महान संस्कृति से परिचित कराना और देश की अखंडता और एकता को मजबूत बनाए रखने के इस प्रयास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है।
इस यात्रा में वाराणसी के प्रेरणा कला मंच के कलाकारों के नाटक और बुद्ध से कबीर तक बैंड के गीतों के माध्यम से संस्था के विचारों को मनोरंजक और प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचाने का सफल प्रयास हुआ। कार्यक्रम के संचालन में जगदम्बा राज जायसवाल की भूमिका रही। इस यात्रा में बुद्ध से कबीर तक संस्था के श्री हरिशंकर मल्ल, पूर्व डीआईजी, प्रो. सदानंद शाही, सिराज अब्दुल्ला अहमद, फादर आनंद मैथ्यूज, मनोज कुमार सिंह, अजीत सिंह, ऋषभ आदि मौजूद रहे।