मानसून आते ही डेंगू और चिकुनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा।।।
मानसून में डेंगू के मच्छर सेहत के लिए एक बड़ी चुनौती बन जाती हैं|| लक्षण ना पहचाने जाने पर ये जानलेवा भी हो जाती है।
बारिश का मौसम ऐसे वक्त पर आता है, जब सभी बड़ती गर्मी से हार चुके होते हैं। तो ज़ाहिर सी बात है ऐसे में पानी बरसता देख सभी लोगो का दिल खुश हो जाता है। लेकिन बारिश सुहाने मौसम के साथ लाती है खूब सारी बीमारियां!आपने कई बार सोचा होगा कि आखिर बारिश का मौसम आते ही लोग बीमार क्यों पड़ने लगते हैं? किया ये मौसम में हुऐ बदलाव के कारण या फिर हमारी इम्यूनिटी ही कमजोर हो जाती है।।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर का सुरक्षा कवच होता है, जो तमाम तरह के वायरस और बैक्टीरिया से लड़कर शरीर की बीमारियों से हिफाजत करता है.
असल में बरसात के मौसम में कई जगह जलभराव हो जाता है जो मच्छरों के पनपने के लिए बेस्ट वातावरण है। मच्छर इस मौसम में खूब हो जाते हैं, और डेंगू चिकनगुनिया मलेरिया आदि। इन बीमारियों का कारण बनते हैं।
मानसूम में पनपने वाले मच्छर को साइलेंट किलर भी बोला जाता है।।
डेंगू के इन लक्षणों के प्रति रहें अलर्ट
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू के शुरुआती लक्षण फ्लू की तरह होते हैं, जिसके कारण अक्सर लोग इसे पहचान नहीं पाते हैं। आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 4 से 10 दिनों के बाद इसके लक्षण दिखने लगते हैं। डेंगू होने पर मरीज को तेज बुखार आता है. बॉडी का टेंपरेचर 101 से लेकर 104 डिग्री फॉरेनहाइट तक जा सकता है. ये बुखार तीन से चार दिन तक रहता है और ऐसा होने पर मरीज को डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। समय के साथ इसके लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं।
डेंगू में लोगों को इस तरह के लक्षण भी हो सकते हैं।
सिरदर्द
मांसपेशियों, हड्डी या जोड़ों में दर्द
मतली- उल्टी आना, पेट की खराबी
आंखों के पीछे वाले हिस्से में दर्द
त्वचा पर चकत्ते या लाल रंग के दाने निकलना
डेंगू के शिकार ज्यादातर लोग एक या दो सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में गंभीर लक्षणों के कारण और समय पर इलाज न मिल पाने के कारण यह जानलेवा भी हो सकती है।
डेंगू में क्या खाएं
पपीते के पत्तों का जूस
नारियल पानी
हल्दी
खट्टे फल
डेंगू बुखार में क्या न खाएं
चाय, कॉफी, सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे चीजों को खाने से बचना चाहिए. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जो डेंगू के बुखार में नुकसान करता हैं.
डेंगू के समय चटपटे, मसालेदार खाने से भी दूरी बनाना चाहिए.
डेंगू में तली-भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए.
डेंगू बुखार से बचाव के उपाय
घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदले.
घर में कीटनाशक दवाई छिड़के.
बच्चों को ऐसे कपड़े पहने जिससे उनके हाथ पांव पूरी तरह से ढके रहे.
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
मच्छर भगाने वाली दवाइयों का प्रयोग करें.
टंकियों और बर्तनों को ढक कर रखें.