एक और खतरनाक वायरस ने दी दस्तक, ( Crimean Congo haemorrhagic fever ) जानें क्या हैं लक्षण और बचाव के तरीके||
क्राइमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार (Crimean-Congo Hemorrhagic Fever, CCHF) एक गंभीर वायरल बीमारी है जो प्राणी और मनुष्यों में हो सकती है। यह वायरस एक टिक या भालू के काटने या खरोंचने द्वारा संक्रमित जानवरों के माध्यम से मनुष्यों तक पहुंच सकता है। इस वायरस की संक्रमण कुछ लोगों में गंभीरता के साथ शुरू होता है और यह जानलेवा हो सकता है।
क्रिमियाई कांगो हेमोरेजिक बुखार (Crimean Congo Haemorrhagic Fever) एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित पशुओं और मानवों को प्रभावित कर सकती है। यह एक वायरल रोग है जिसका कारक वायरस क्राइमियाई कॉन्गो हेमोरेजिक फीवर वायरस (Crimean Congo Hemorrhagic Fever Virus) है। यह वायरस टिकटॉक्सोन ऑर्निट्स (Tick-borne virus) के माध्यम से प्रसारित होता है और मुंहसे मुंह में संक्रमण या टिक्स के काटने से हो सकता है। इस बीमारी के कारण बाहरी लक्षण होते हैं जैसे कि बुखार, मस्तिष्क की लक्षण, मांसपेशियों में दर्द और बहुत ही गंभीर रक्तस्राव। यह विशेष रूप से गाय और भैंसों में देखा जाता है, लेकिन यह मानवों में भी पाया जा सकता है। वायरस टिक्स के संपर्क में आने पर इस बीमारी का खतरा होता है। यह टिक्स बक्रियों और पशुओं पर ज्यादातर पाया जाता है और अक्सर लोगों को बकरी या गाय संपर्क के दौरान संक्रमित होने की संभावना होती है। जो लोग इस वायरस के संपर्क में आते हैं, उन्हें अच्छी तरह से सतर्क रहना चाहिए और अनुकरणीय तत्वों का पालन करना चाहिए जैसे कि संक्रमण से बचाव के लिए हाथों को धोना और टिक्स से संपर्क करने पर संभावित जगह को साफ करना।
यदि कोई व्यक्ति क्रिमियाई कांगो हेमोरेजिक बुखार से पीड़ित होता है, तो उन्हें तुरंत चिकित्सा देखनी चाहिए। डॉक्टर ब्लड टेस्ट और अन्य परीक्षण करेंगे ताकि सही निदान लगाया जा सके। इसके बाद उपचार के लिए उचित दवाओं का प्रयास किया जाता है। क्रिमियाई कांगो हेमोरेजिक बुखार जीवनघाती बीमारी हो सकती है, खासकर यदि इसका निदान और उपचार समय पर नहीं होता है। इसलिए, संक्रमित व्यक्ति को तुरंत अलग कर दिया जाना चाहिए और उपचार के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के पास ले जाना चाहिए। साथ ही, आसपास के लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो सके। क्रिमियाई कांगो हेमोरेजिक बुखार वायरस के खिलाफ बचाव के लिए सभी आवश्यक सावधानियां लेनी चाहिए, जैसे टिक्स के संपर्क से बचें, संक्रमित पशु या लश वाले स्थानों से दूर रहें और सुरक्षित पशु संपर्क के लिए सुनिश्चित करें। अत्यधिक सतर्कता और जागरूकता के साथ, हम इस खतरनाक बीमारी का सामना कर सकते हैं और उसकी प्रभावी रूप से रोकथाम कर सकते हैं।
यहां कुछ मुख्य लक्षण
अचानक उच्च बुखार
तेजी से बढ़ने वाली थकान
शरीर में दर्द और जोड़ों में दर्द
सिरदर्द
मतली और उल्टी
खांसी
पेट में दर्द और उल्टी
चक्कर आना
गंध और देखने में परेशानी
त्वचा में खुजली और लालिमा
संक्रमण से बचाव के तरीके:
हाइजीनिक अवस्था बनाएं: वायरस से संपर्क से बचने के लिए सचेत रहें और अच्छी हाइजीन अवस्था बनाएं। हाथ धोना, साफ़ पानी का उपयोग करना और खाने-पीने के सामग्री को सुरक्षित रखना शामिल है।
संपर्क से बचें: संक्रमित जानवरों से दूर रहें और उनके खून, शरीरी तत्वों और अन्य रंगीन तत्वों से संपर्क से बचें।
सुरक्षित पड़ोसियों को जागरूक करें: वायरस के संक्रमण के बारे में अपने पड़ोसियों को जागरूक करें और संक्रमण के संकेतों को समझाएं।
सुरक्षा के नियमों का पालन करें: लाभकारी बुधिमता का उपयोग करके वायरस के संक्रमण के संभावित स्थानों से दूर रहें और संक्रमण फैलने के आसपासी ब्यूटी सेंटरों, विश्राम घरों, या अन्य संगठनों को बंद करने के निर्देशों का पालन करें।
मेडिकल सहायता: यदि आपको लगता है कि आप या कोई अन्य व्यक्ति CCHF के संक्रमण से पीड़ित हो सकता है, तो तुरंत मेडिकल सहायता लें। डॉक्टर के संदेह होने पर, विशेषज्ञों की सलाह लें और उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
NOTE - यदि आपके पास इन बीमारियों के लक्षण हैं, तो आपको अपने स्थानीय चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ताकि उचित व्याख्या और उपचार की सलाह ली जा सके।