देश के समग्र विकास के लिए नागरिकों को संविधान से पूर्णतः अवगत कराने की आवश्यकता : एस. आर.शेंडे*

*देश के समग्र विकास के लिए नागरिकों कोसंविधान से पूर्णतः अवगत कराने की आवश्यकता : एस.आर.शेंडे*


 छिदवाडा(मध्य प्रदेश):- 26 नवंबर 2022  संविधान दिवस के अवसर पर घर घर संविधान  बांटने का महामहिम राष्ट्रपति व   प्रधानमंत्री जी से अनुरोधध्प्र
अनेंक संगठनों से जुड़े साहित्यकार एस.आर.शेंडे व समाज सेवक एड.रमेश लोखंडे ने "आज़ादी का अमृत महोत्सव, स्वाधीनता की 75 वी वर्षगाँठ" के अवसर पर घर घर तिरंगा  बाँटने का अभियान चलाकर देश के नागरिकों में देश प्रेम व राष्ट्रीयता की भावनाएं  मजबूत कराने,स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले वीर शहीदों के प्रति कृतज्ञता का भाव पुनर्जागृत कराने के लिए प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं भारत सरकार का हार्दिक अभिनंदन किया है। 
     विदित हो कि,संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष माननीय डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एवं संविधान निर्माण प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव आंबेडकर थे जिन्हें भारतीय संविधान का शिल्पकार कहा जाता है ।इनके अलावा सरदार वल्लभ भाई पटेल,डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पंडित जवाहरलाल नेहरु, मौलाना अबुल कलाम आजाद सहित देश भर के 389 विद्वान सदस्य चुने गए थे ।संविधान सभा की कुल 105 बैठके,12 अधिवेशन संपन्न हुए थे ।

संविधान बनाने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन लगे थे ।वर्तमान में संविधान में 448 अनुच्छेद,12 अनुसूचियां व 25 भाग सम्मिलित है ।भारतीय दंड संहिता IPC की 511 धाराएं है ।संविधान की पांडुलिपि में 251 पन्ने है,जिनका वजन 3.75 किलोग्राम हैं।संविधान की मूल प्रति श्री प्रेम बिहारी रायजादा ने पेन से खूबसूरत इटैलिक अक्षरों में लिखी थी । संविधान सभा ने भारतीय संसदीय प्रणाली को लागू किया था,संविधान को 26 नवम्बर 1949 को स्वीकार किया गया था ।
      श्री शेंडे ने बताया कि, चूंकि 26 जनवरी 1950 को स्वतंत्र भारत का संविधान लागू होने के बाद भी कुछ विशिष्ट प्रबुद्धजनों को छोड़कर आम नागरिकों को संविधान की परिपूर्ण जानकारी नहीं है ।संविधान में उल्लेखित प्रावधानों, अनुच्छेदों, मार्गर्शक सिद्धांतों के अनुरूप आम जनता के हितार्थ आशाजनक क्रियान्वयन नहीं  हो पाया है। श्री शेंडे व एड. लोखंडे ने महामहिम राष्ट्रपति व  प्रधानमंत्री जी को पत्र प्रेषित कर आनेवाले 26 नवंबर 2022,संविधान दिवस के अवसर पर घर घर तिरंगा अभियान की तरह " हमारा अभियान घर घर संविधान " बाँटने  का अनुरोध किया है ।ऐसा करने से सारे भारतीय अपने अधिकारों, कर्तव्यों, संविधान में उल्लेखित जन हितार्थ  प्रावधानों, संविधान सभा में हुई महत्वपूर्ण डिबेट्स ,संविधान निर्माता विद्वानों से अवगत  होंगे । निश्चित रूप से लोगों में जागृति आएगी।देश में बढ़ रही जातीयता,उत्पीड़न,क्षेत्रीयता, अंधश्रद्धा ,कट्टरता, भ्रस्टाचार से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा। अपराधों में कमी आएगी ।वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास होगा ।सरकार को शासन चलाने में सुविधा होगी । जनप्रतिनिधि अपनी जवाबदेही के प्रति सजग रहेंगें ।देश प्रेम व राष्ट्रीयता की भावना मजबूत होगी ।भारत विकास के शिखर पर पहुँचेगा। प्रजातांत्रिक मूल्यों में वृद्धि होगी । 
*जयभीम *जय भारत*जय संविधान
$ हमारा अभियान घर घर संविधान